अंतर्जनपदीय स्थानांतरण से शिक्षको ने विद्यालय आवंटन न् होने पर बीएसए दफ्तर में हंगामा
बीएसए आफिस में रविवार को बवाल के बाद जुटी भीड़।
प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापकों की पदोन्नति के लिए बीएसए कार्यालय में चल रही काउंसिलिंग को लेकर रविवार को खूब हंगामा हुआ। गैर जनपद से स्थानांतरित होकर आए शिक्षकों ने यह कहते हुए काउंसिलिंग प्रक्रिया को रोक दिया कि पहले उनकी तैनाती की जाए उसके बाद बची सीटों पर पदोन्नति की जाए
सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा करने वाले शिक्षकों को खींच खींच कर परिसर से बाहर किया। इस दौरान करीब घंटे भरतक काउंसिलिंग प्रक्रिया बाधित रही। सूचना पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दोबारा काउंसिलिंग शुरू की गई। प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति के लिए रविवार को काउंसिलिंग और उनसे विकल्प लिया जा रहा था।
सुबह बीएसए की मौजूदगी में काउंसिलिंग शुरू हुई। इसके लिए 194 महिला और 8 विकलांग शिक्षकों को बुलाया गया था। काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू हुई थी तभी गैर जनपद से स्थानांतरित होकर आए पचास से अधिक की संख्या में शिक्षक बीएसए कार्यालय पहुंच गए। काउंसिलिंग के विरोध में सभी शिक्षक हल्ला मचाने लगे।
गैर जनपद से आए शिक्षकों का कहना था कि वे बीएसए कार्यालय में अपनी आमद कराकर रोड पर टहल रहे हैं उन्हें विद्यालय आवंटित नहीं किया गया और पहले से तैनात शिक्षकों के प्रमोशन के लिए उनकी काउंसिलिंग कराई जा रही है। हंगामा होता रहा और बीएसए मूक दर्शक बने रहे। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इंस्पेक्टर रामभरोसे पुलिस बल के साथ
पहुंचे और हल्ला मचा रहे शिक्षकों को बाहर खदेड़ दिया। मौके पर एक दरोगा के साथ पांच सिपाहियों को तैनात कर दिया गया। हंगामे की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट भी पहुंचे। उन्होंने बीएसए से पूछताछ की। इस संबंध में बीएसए गजराज प्रसाद का कहना है कि पदोन्नति प्रक्रिया पूरी होने के बाद गैर जनपद से आए सभी शिक्षकों को विद्यालयों में तैनाती कर दी जाएगी।