फतेहपुर : ज्वाइनिंग और रिलीविंग के लिए जूझते रहे शिक्षक
फतेहपुर, जागरण संवाददाता : अपने घर जाने का लाभ पाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं लिपिकों की हड़ताल से जूझ रहीं हैं। बुधवार को सुबह पहर से बीएसए कार्यालय में चल रही हड़ताल को देखकर माथा पीट लिया।
लिपिकों की मनुहार करके काम कर देने की दुहाई करते दिखे। हड़ताल से प्रभावित हो रहे कामकाज के विकल्प के लिए बीएसए ने शिक्षकों को लगाकर जरूरी काम निपटाने का तरीका अपनाया है। अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का लाभ पाने वाले श्रेणी में 181 रिलीव हुए तो 35 ने गैर जिले से आकर कार्यभार ग्रहण करने का प्रत्यावेदन दिया। यूपी एजूकेशनल मिनिस्ट्रीयल आफीसर्स एसोसिएशन के बैनर तले बीएसए, डीआईओएस और डायट के लिपिक हड़ताल पर हैं। जिसके चलते सरकारी कार्य बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। अभिलेखों के अभाव में अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। इन दिनों सबसे अहम काम अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का उभर कर आया है।
बताते चलें कि जिले से 377 शिक्षक-शिक्षिकाएं जनपद छोड़ रहे हैं तो गैर जनपद से आने वालों की संख्या 169 है। इन गुरुजनों की परेशानी चेहरे से पढ़ी जा सकती है। बीएसए कार्यालय में सुबह पहर से लोगों का जमावड़ा रहा। गोद में बच्चे लिए शिक्षिकाएं पत्रावलियों के आदान प्रदान के लिए भटकती रहीं। बीएसए विनय कुमार ¨सह ने बताया कि लिपिकों की हड़ताल के चलते विकल्प के रूप में शिक्षकों को लगाया गया है। गैर जनपद जाने वाले 181 को रिली¨वग लेटर दिए गए जबकि गैर जनपद से आने वाले 35 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने स्थानांतरण आदेश जैसे कागजात नगर संसाधन केंद्र में जमा किए। जनपद में ज्वाइ¨नग लेटर एक दो दिन में बांटे जाएंगे।