यूपी : 7वीं कक्षा की परीक्षा में आए 8वीं के सवाल, 765 जूनियर हाईस्कूलों की परीक्षा में व्यवस्था हुई धड़ाम
हमारे संवाददाता ,बिजनौर । बिजनौर जनपद की सरकारी पाठशालाओं में पहले ही दिन अर्धवार्षिक परीक्षाओं की तमाम व्यवस्था धड़ाम हो गई। कहीं प्रश्न पत्र कम पहुंचे तो वहीं अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में प्रश्नपत्र ही नहीं पहुंचे। सबसे बड़ी खामी तो यह रही कि कक्षा 7 का हिंदी विषय का प्रश्नपत्र आठवीं की पुस्तक से बना दिया गया, जिसे देखकर न केवल शिक्षक बल्कि छात्र भी हैरान परेशान दिखाई दिए। प्रश्नपत्र में सामने आई खामी सिर्फ एक स्कूल का मामला नहीं है, बल्कि जिले के 765 जूनियर हाईस्कूलों में ऐसा हुआ है।
बुधवार को सरकारी पाठशाला में अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू हुई। सुबह 9:30 बजे से प्रथम पाली की परीक्षाएं शुरू हुईं। हिंदी के लिफाफे खुले। हाथों में प्रश्नपत्र आया तो कक्षा सात के बच्चे परेशान हो गए। छात्रों ने कुछ समझ में नहीं आने पर अपने अध्यापकों को प्रश्नपत्र दिखाया, जिसे देखकर अध्यापक भी हैरान हो गए। अध्यापकों ने पाया कि कक्षा 7 का हिंदी का प्रश्न पत्र कक्षा 8 की किताबों से बनाया गया था, जिसे देखकर अध्यापकों ने यह मामला अपने अधिकारियों के संज्ञान में डाला तो अधिकारी भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।
महेश चंद (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) ने कहा- मामला मेरे संज्ञान में है। कक्षा 7 के हिंदी के प्रश्न पत्र में आठवीं के 3 या 4 प्रश्न ही आए हैं। उनकी मार्किंग नहीं होगी। संबंधित को निर्देश दिए गए हैं कि आगे से इस तरह की गड़बड़ नहीं हो। बच्चों की परीक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।