अंबेडकरनगर से पदभार ग्रहण करने पहुंची थी फर्जी शिक्षक
गाजीपुर विभागीय मिलीभगत का परिणाम यह है कि अब फर्जी स्थानांतरण पत्र भी देखाकर शिक्षक जैसे महत्वपूर्ण पद पर कार्यभार ग्रहण कर ले रहे हैं। मामला माध्यमिक शिक्षा विभाग का है।...
अविनाश सिंह
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जासं, गाजीपुर : विभागीय मिलीभगत का परिणाम यह है कि अब फर्जी स्थानांतरण पत्र के सहारे भी शिक्षक जैसे महत्वपूर्ण पद पर बहुरूपिए कार्यभार ग्रहण कर ले रहे हैं। मामला माध्यमिक शिक्षा विभाग का है। एक महिला ने न सिर्फ फर्जी स्थानांतरण आदेश बनवाया, बल्कि जिले के कुछ शिक्षा माफियाओं के शह पर विद्यालय में कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। जब वहां के प्रभारी प्रधानाचार्य ने अनापत्ति प्रमाणपत्र सहित आवश्यक दस्तावेज के बारे में पूछा तो उचित जवाब नहीं मिला। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर प्रधानाचार्य ने जांच पड़ताल की तो स्थानांतरण फर्जी निकला। इधर कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही महिला गायब है।
जुलाई माह में जनता आदर्श इंटर कालेज लहुरापुर में कुमारी कल्पना सहायक अध्यापक अंग्रेजी का स्थानांतरण आदेश लेकर प्रबंधक के पास पहुंची। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ विभागीय लोगों के काफी दबाव पर प्रबंधक ने तत्काल कुमारी कल्पना को पदभार ग्रहण करा दिया। कालेज के कर्मचारियों ने कागजी पड़ताल में पाया कि बिना अनापत्ति प्रमाणपत्र के उसका स्थानांतारण हो गया है। इसके बारे में जब पूछा गया तो वह बगले झांकने लगी और उचित जवाब नहीं दे पाई। शिक्षक द्वारा बताया गया कि वह अंबेडकरनगर के एक विद्यालय में पढ़ा रहीं थीं। इसके बाद प्रभारी प्रधानाचार्य ने उस विद्यालय में टेलीफोन से वार्ता किया तो मालूम हुआ कि यहां इस नाम की कोई शिक्षक न कभी थी और न है। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ और स्थानांतरण फर्जी निकला। तबसे फर्जी शिक्षक फरार है।
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- उक्त महिला शिक्षक ने कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया था। वह जिस स्कूल का स्थानांतरण आदेश लेकर आई थी, वहां पता किया गया तो मालूम हुआ कि यहां इस नाम की कोई शिक्षक नहीं है। इसकी जानकारी उसी समय जिला विद्यालय निरीक्षक को दे दी गई थी।
- राणा प्रताप सिंह, प्रभारी प्रधानाचार्य-जनता आदर्श इंटर कालेज लहुरापुर।
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- उक्त महिला शिक्षक कार्यभार ग्रहण कर गायब हो गई। मामला संज्ञान में आने पर मैंने विद्यालय से रिपोर्ट मंगाई थी। स्थानांतरण आदेश सही है या गलत जानकारी के लिए निदेशालय भेजा गया है। अभी तक कोई रिपोर्ट आई नहीं है।
डा. ओपी राय, जिला विद्यालय निरीक्षक