मैनपुरी : फर्जी शिक्षकों को साथ लाएंगे बीईओ सीडी से खुला मामला
आगरा के डॉ. आंबेडकर विवि की 2004-05 की फर्जी डिग्री मामले में चिन्हित हुए 8़1 शिक्षकों को बीते साल एसआइटी जांच में आरोपित मिलने के बाद बीएसए ने बर्खास्तगी का नोटिस जारी किया था। कार्रवाई के विरुद्ध कोर्ट गए ऐसे शिक्षकों को राहत मिली। कोर्ट ने शासन को जांच जारी रखने के साथ वेतन न रोकने के निर्देश दिए थे। इसके बाद तो बर्खास्तगी दूर, जांच की गति भी धीमी हो गई। विभाग ने ऐसे शिक्षकों को सितंबर माह में तीसरा और अंतिम नोटिस जारी किया था। इस नोटिस का कुछ शिक्षकों ने जबाव नहीं दिया है, जबकि अधिकांश जबाव दे चुके।
सीडी मिलान में गलती पर कार्रवाई: बीएसए ने संबंधित ब्लॉक और नगर शिक्षाधिकारियों को सीडी का अवलोकन कर फर्जी शिक्षकों को चिन्हित करने को कहा है। इसमें कमी पर संबंधित शिक्षा अधिकारी को जिम्मेदार मानकर कार्रवाई होगी।
बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों को दिए निर्देश, लापरवाही पर कार्रवाई
सीडी से खुला मामला
बेसिक शिक्षा विभाग में 86 सहायक शिक्षकों के मामले का खुलासा विशेष अनुसंधान विभाग के पुलिस महानिदेशक की ओर से भेजी सीडी से से हुआ। 13 दिसंबर 2018 को विशेष अनुसंधान शाखा की ओर से जिलों में भेजी गई ऐसे शिक्षकों की संशोधित सीडी बीएसए को भेजकर शासन ने विधि सम्मत कार्रवाई कर रिपोर्ट मांगी थी।
सोमवार से जिला चयन समिति के सामने बीएसए कार्यालय पर तीन दिन के लिए फर्जी शिक्षकों को कागजात और पक्ष रखने का मौका मिलेगा। ऐसे शिक्षकों को अब ब्लॉक और नगर शिक्षा अधिकारी समिति के सामने लाने का काम करेंगे। लापरवाही पर संबंधित शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई होगी।
-विजय प्रताप सिंह, बीएसए।