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बरेली : यह क्या, मेल टीचर को दी प्रेग्नेंसी लीव, शिक्षक नेताओं का आरोप है कि बीईओ दफ्तरों में बिचौलिए शिक्षकों की सर्विस बुक में छेड़छाड़ कर रहे, विभाग, इस मामले में लीपापोती पर जुटा

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बरेली : यह क्या, मेल टीचर को दी प्रेग्नेंसी लीव, शिक्षक नेताओं का आरोप है कि बीईओ दफ्तरों में बिचौलिए शिक्षकों की सर्विस बुक में छेड़छाड़ कर रहे, विभाग, इस मामले में लीपापोती पर जुटा
   
बरेली। बेसिक स्कूल के एक पुरुष शिक्षक को विभाग ने छह महीने की प्रेग्नेंसी लीव दे दी। मामला खुलने पर शिक्षक संघ ने हंगामा खड़ा कर दिया। शिक्षक नेताओं का आरोप है कि बीईओ दफ्तरों में बिचौलिए शिक्षकों की सर्विस बुक में छेड़छाड़ कर रहे हैं। विभाग अब इस मामले में लीपापोती पर जुटा है।

पूर्व माध्यमिक स्कूल पचदौरा कलां के हेडमास्टर छोटेलाल गंगवार ने बताया कि पिछले दिनों उन्होंने बीईओ कार्यालय में अपनी सर्विस बुक देखी तो उसमें छह माह का प्रसवकालीन अवकाश दर्ज था। इसकी शिकायत पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र गंगवार से की। राजेंद्र ने बताया कि इससे पहले भी बीईओ का बिचौलिया शिक्षक 60 वर्षीय शिक्षिका की सर्विस बुक में प्रसवकालीन अवकाश चढ़ा चुका है। जबकि वो 25 वर्ष पहले ही विधवा हो गई थींं। वहीं एक और शिक्षिका को भी छह महीने का प्रसवकालीन अवकाश दे दिया। जबकि उनके दोनों बच्चों का जन्म सर्विस शुरू होने से पहले ही हो चुका था।

लीव के नाम पर होता है खेल

बिथरी ब्लॉक के अध्यक्ष राजपाल गंगवार ने आरोप लगाया कि प्रसवकालीन अवकाश दो बच्चों के जन्म पर ही मिलता है। अपरिहार्य परिस्थति में जब किसी शिक्षिका को यह अवकाश लेना होता है तो बिचौलिए मोटी रकम लेकर अवकाश स्वीकृत करा देते हैं। यह स्वीकृत अवकाश किसी और टीचर की सर्विस बुक पर चढ़ा दिया जाता है। विरोध करने पर शिक्षक की सर्विस बुक में छेड़खानी कर देते हैं।

अवैध कार्यालयों में हो रहा है खेल

मंत्री ज्ञानेंद्र आर्य ने कहा कि भोजीपुरा समेत तमाम ब्लॉकों में बिचौलियों के माध्यम से बीईओ के अवैध कार्यालय चलाए जा रहे हैं। अधिकारियों से शिकायत के बाद भी इन कार्यालयों का संचालन जारी है। यह बिचौलिए इतने ताकतवर हैं कि कई  बार बीईओ तक को ब्लैकमेल कर लेते हैं। उपाध्यक्ष अभिनय चौधरी, भूपेंद्र पाल सिंह, जहीरुद्दीन, काशीराम आदि ने इन लोगों के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही।

गंभीरता से कराई जाएगी जांच

इस बारे में बीईओ भोजीपुरा नजमुल इरफान ने बताया कि अगर सच में ऐसा हुआ है तो इसकी गंभीरता से जांच कराई जाएगी। शिक्षक को सीधे मुझसे शिकायत करनी चाहिए। अवैध बीईओ कार्यालय चलने की बात पूरी तरह से गलत है। कुछ लोग फिजूल में आरोप लगाते रहते हैं।

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