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पीलीभीत : बच्चों को तराशने का करें काम, बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय स्कूलों में तैनात नवनियुक्त शिक्षकों की पहली वर्षगांठ पर कार्यक्रम

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पीलीभीत : बच्चों को तराशने का करें काम, बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय स्कूलों में तैनात नवनियुक्त शिक्षकों की पहली वर्षगांठ पर कार्यक्रम

पीलीभीत । बेसिक शिक्षा परिषद के परिषदीय स्कूलों में तैनात नवनियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं की मौलिक नियुक्त के एक साल पूरे होने पर जिलास्तरीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार पर विचार मंथन किया गया। शिक्षक-शिक्षिकाओं को बच्चों को बेहतर शिक्षा देने का संकल्प दिलाया गया। नाटक के माध्यम से आने वाले समस्याओं को उजागर किया गया।

पिछले साल जनपद में 72825 चयन प्रक्रिया के माध्यम से प्राथमिक विद्यालयों में 1117 शिक्षक-शिक्षिकाओं की तैनाती की गई, जिन्हें नियुक्ति को एक साल हो गया। पहली वर्षगांठ उपलब्धि एवं लक्ष्य समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी अजयकांत सैनी व विशिष्ट अतिथि सिटी मजिस्ट्रेट राजितराम प्रजापति ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम संयोजक प्रफुल्ल दीक्षित व प्रवीन कुमार ने अतिथियों का बैज लगाकर स्वागत किया। शिक्षिका पारुल जैन, रचना शर्मा, रजनीबाला, वंदना ने स्वागत गान पेश किया। शिक्षक अजय गुप्ता, रमेश चंद्रा, गिरजेंद्र ने ‘अंधेर नगरी’ नाटक का मंचन कर शिक्षण कार्यों में आने वाली समस्याओं के समाधान के प्रति जागरूक किया।

मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी सैनी ने कहा कि एक साल पूरा होने पर कार्यक्रम किया जा रहा है, जो सराहनीय कार्य है। 1117 शिक्षक-शिक्षिकाएं स्कूली शिक्षा में परिवर्तन ला सकते हैं। एनर्जी को बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने में लगाया जाए, तभी सच्चे अर्थों में उद्देश्यों को हासिल किया जा सकता है। इसी से आप सभी की पहचान होगी। उन्होंने कहा कि बच्चों को ज्ञान देने का काम करें। इस काम में पूरा मन लगाएं। ज्ञान देना ही महत्वपूर्ण कार्य है। खुद में खुशी होती है। अगर बच्चा प्रतिभावान है, तो उसे अच्छा नागरिक बनाया जा सकता है।सिटी मजिस्ट्रेट राजित राम प्रजापति ने कहा कि शिक्षक वर्ग पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, जिससे सफलतापूर्वक निवर्हन करना चाहिए। सरकार ने परिषदीय स्कूलों के बच्चों को सुविधाएं देने का प्रयास किया है। अगर शिक्षा समा समान हो जाए तो गांव का बच्चा भी देश का नाम रोशन कर सकता है।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मसऊद अख्तर अंसारी ने कहा कि बच्चों को साक्षर बनाने के कई अभियान चलाए जा रहे हैं, लेकिन शिक्षा का स्तर कुछ ठीक नहीं है। अगर आप बीएड, टेट पास किया है। कितने भी टैलेंटेड है, लेकिन अगर बच्चों को अक्षरज्ञान नहीं आता है। इस बारे में सोचना होगा। शिक्षक-शिक्षिकाएं पूरी जिम्मेदारी का निवर्हन करेंगे। अगर कहीं पर दिक्कत आती है तो पूरा विभाग उनके साथ है। संचालन मुजीब साहिल व रश्मि सिंह ने किया। इस मौके पर अर्पित चित्रंश, विपुल शर्मा, प्रवीन, ब्रजेश, राकेश पटेल, सौरभ सक्सेना, मनीष श्रीवास्तव, मोहम्मद मियां मनाजिर, केके सागर, हिमांशु कुमार नजाकत खां, जावेद अहमद आदि मौजूद रहे।

वर्षगांठ कार्यक्रम से शिक्षक संगठन लें सबक : बेसिक शिक्षा विभाग के इतिहास में पहली बार नियुक्त के बाद कोई शिक्षक वर्षगांठ मना रहे हैं। वह भी पूरी एकजुटता के साथ। वर्षगांठ समारोह के दौरान शिक्षा की गुणवत्ता पर विचार मंथन किया गया, जिसमें नवनियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाएं सहमति थी। वर्षगांठ कार्यक्रम पूरा सफल रहा। इस कार्यक्रम से प्राथमिक शिक्षक संघ समेत कई संगठनों को सीख लेनी चाहिए।

अनुशासन का शिक्षक-शिक्षकों ने दिया परिचय :

मौलिक नियुक्ति के एक साल पूरे होने पर वर्षगांठ समारोह का आयेाजन किया गया, जिसमें 1117 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अनुशासन का पूरी तरह परिचय दिया। समारोह में आने वाले प्रत्येक अतिथि का तिलक लगाकर स्वागत होता रहा। शिक्षक समारोह में पहली बार देखने को मिला।

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