लखनऊ : उर्दू सहायक अध्यापकों ने घेरा बीजेपी कार्यालय, प्रदर्शन कर किया हंगामा
- बार-बार आश्वासन कर टरकाने का लगाया आरोप
- प्रदर्शनकारियों की पुलिस से हुई झड़प, गिरफ्तार
लखनऊ । दो साल से नियुक्ति को लेकर बार-बार आश्वासन देकर टरकाये जा रहे सैकड़ों उर्दू सहायक अध्यापकों ने सोमवार हजरतगंज स्थित बीजेपी कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि उनके सब्र का बांध अब टूट चुका है। सरकार की ओर से करीब 4000 उर्दू सहायक अध्यापकों की अंदेखी हो रही है। अचानक बीजेपी कार्यालय पहुंचे अभ्यर्थियों के धरना देने से पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प भी हुई। हालांकि, पुलिस ने बल प्रयोग कर मौके से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया।
टेट पास मुअल्लिम-ए-उर्दू एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष उम्मे सफिया फरीदी ने बताया कि 2016 में 16460 अभ्यर्थियों का शासनादेश सहायक अध्यापक भर्ती के लिये जारी हुआ था, जिसमें 12460 बीटीसी व 4000 उर्दू सहायक अध्यापक भर्ती अभ्यर्थी शामिल थे। सरकार ने बीटीसी अभ्यर्थियों को तो नियुक्ति पत्र बांट दिये, लेकिन उर्दू सहायक अध्यापक को अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिये गए हैं।
आश्वासन देकर टरका रही सरकार
अभ्यर्थियों ने बताया कि इस संबंध में कोर्ट से आदेश जारी हो चुका है। लेकिन, सरकार लापरवाही बरत रही है। मुख्यमंत्री से लेकर कैबिनेट मंत्री तक सभी से गुहार लगाई जा चुकी है। बार-बार आश्वासन मिलने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
आक्रोशित होकर किया प्रदर्शन
नियुक्ति मांग को लेकर अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आये और सीधे बीजेपी कार्यालय प्रदर्शन करने पहुंचे। अभ्यर्थियों ने मौके पर ‘आश्वासन नहीं, नियुक्ति का अधिकार चाहिए के नारे लगाये।