बगैर मान्यता के स्कूलों में फिर पढ़ाई शुरू
प्रशासन की नाकामी कहें या फिर शिक्षा के जिम्मेदारों की मिलीभगत। तभी बगैर मान्यता के स्कूल चल रहे हैं।...
उसावां : इसे जिला प्रशासन की नाकामी कहें या फिर शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों की मिलीभगत। जिसके चलते शैक्षिक सत्र की नई पारी शुरू होते ही अवैध रूप से संचालित स्कूल संचालकों ने अपने पंख फैलाने फिर शुरू कर दिए हैं। कस्बा समेत देहात क्षेत्र में फिर गैर मान्यता प्राप्त अवैध स्कूलों का संचालन शुरू हो गया है। नियमों को ताक में रखकर एडमीशन, ड्रेस और पाठ्यक्रम के नाम पर अवैध उगाही भी कर रहे हैं। लोगों ने डीएम से अभियान चलाकर ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई की मांग की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिक्षा में गुणवत्ता और शिक्षा माफिया को लेकर काफी सख्त हैं, लेकिन गत शिक्षा सत्र में इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला। क्योंकि अवैध विद्यालयों को बंद कराने की सरकार की पहली प्राथमिकता भी जवाब दे गई। पिछले शिक्षा सत्र में जिलाधिकारी दिनेश कुमार ¨सह ने अवैध स्कूलों पर कसी नकेल का प्रभाव भी निष्क्रिय होता दिख रहा है। गैरमान्यता प्राप्त स्कूलों को डीएम के निर्देश पर गठित टीमों ने बंद करने के नोटिस इश्यू किए थे। वह आज भी धड़ल्ले से चल रहे हैं। नोटिस प्राप्त अधिकतर फिर खुल गए हैं और यहां पर दाखिला, पाठ्यक्रम और यूनिफार्म के रूप में अभिभावकों से मोटी वसूली भी शुरू हो गई है। वर्जन ::
गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर कड़ी नजर है। किसी भी हाल में अवैध विद्यालयों को चलने नहीं दिया जाएगा। जिन स्कूलों को नोटिस दिए थे। उनका पुन: स्थलीय निरीक्षण करेंगे और यदि विद्यालय संचालित होता पाया गया तो संचालक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
- रमेश पंकज, खंड शिक्षा अधिकारी