बरेली : बीएलओ बैठक में हालत बिगड़ने के बाद महिला शिक्षामित्र की मौत
संस, फरीदपुर/ फतेहगंज पूर्वी : एसडीएम कार्यालय में बीएलओ की बैठक के दौरान महिला शिक्षामित्र की तबीयत बिगड़ गई। वह मीटिंग के दौरान ही बेहोश होकर गिर गईं तो साथियों ने उन्हें संभाला लेकिन तहसीलदार ने फिर भी बैठक से जाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद शिक्षामित्रों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जहां, उनकी मौत हो गई। 1फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र के ग्राम भदपुरा निवासी 40 वर्षीय मुन्नी देवी पत्नी ओमपाल शिक्षा मित्र के पद पर प्राथमिक विद्यालय टिसुआ में कार्यरत थीं। उनकी ड्यूटी बीएलओ के पद पर भी टिसुआ गांव में ही लगी थी। शिक्षामित्रों के समायोजन रद होने के बाद से वह तनावग्रस्त रहने लगी थीं। उपजिलाधिकारी राकेश सिंह के छुट्टी चले जाने के बाद तहसीलदार आनंद तिवारी ने बुधवार को ब्लॉक सभागार सभी बीएलओ की बैठक बुलाई। उसी दौरान मुन्नी देवी की तबीयत बिगड़ गई तो उन्होंने मीटिंग से जाने की अनुमति तहसीलदार से मांगी। शिक्षामित्र संगठन का आरोप है कि तबीयत खराब होने पर भी तहसीलदार ने उन्हें जाने नहीं दिया। उनकी हालत खराब होती गई तो संगठन के लोग मुन्नी देवी को लेकर अस्पताल पहुंच गए। 1आंदोलन करेंगे शिक्षामित्र : जिले के शिक्षामित्रों ने साथी की मौत पर रोष और शोक जाहिर किया है। शिक्षामित्र संघ ने इस घटना के विरोध में शुक्रवार को फरीदपुर तहसील पर धरने का एलान किया गया। जिलाध्यक्ष डॉ. केपी सिंह ने बताया कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई और मृतक शिक्षामित्र के परिजन को पर्याप्त मुआवजा की मांग की जाएगी। वहीं, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान, सुनील शुक्ला, मनोज शर्मा ने कहा कि संगठन मुन्नी देवी के परिवार के साथ है।1शिक्षा मित्र की मृत्यु में डीएम ने मांगी रिपोर्ट:इस मामले में डीएम ने एडीएम प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी के तौर पर एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी इस घटना के कारणों और सच्चाई की जांच करेंगे। डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि प्रारंभिक जानकारी में पता चला कि महिला शिक्षा मित्र की’>>शिक्षा मित्रों ने तहसीलदार पर लगाया बैठक से जाने की अनुमति न देने का आरोप 1’>>शिक्षा मित्रों का समायोजन रद होने की वजह से तनाव में रहने लगी थीं मुन्नी
तहसीलदार की फटकार से बेहोश हुई शिक्षा मित्र की मौत
हिन्दुस्तान टीम,बरेली । बीएलओ मीटिंग के दौरान तहसीलदार के फटकारने पर शिक्षा मित्र एसडीएम सभागार में बेहोश होकर गिर पड़ीं। अस्पताल में इलाज के दौरान शिक्षामित्र की मौत हो गई। शिक्षा मित्र संगठन ने तहसीलदार को मौत का दोषी बताया है।
भुता ब्लॉक के गांव भदपुरा के ओमप्रकाश की पत्नी मुन्नीदेवी (36) गांव के प्राइमरी स्कूल में शिक्षा मित्र के पद पर तैनात की गयी थी। बीतें दिनों समायोजन के बाद मुन्नी देवी को टिसुआ के प्राइमरी स्कूल में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किया गया था। समायोजन रद्द होने के मुन्नी देवी डिप्रेशन में थी। कुछ दिन पहले तहसील प्रशासन ने जबरन बीएलओ का कार्यभार देकर मुन्नी देवी को मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य में लगा दिया। बुधवार को एसडीएम सभागार में तहसीलदार आन्नद तिवारी ने बीएलओं के कार्य की समीक्षा करने के लिये बैठक बुलाई। तमाम बीएलओ के साथ मुन्नी देवी समीक्षा बैठक में पहुंची। उनके पति ओमप्रकाश ने बताया कि पुनरीक्षण कार्य ठीक होने के बाद तहसीलदार ने मुन्नी देवी को फटकारना शुरू कर दिया। मुन्नी देवी तहसीलदार की फटकार से सदमें में आकर सभागार में बेहोश होकर गिर पड़ी। साथी शिक्षा मित्रों ने तहसीलदार से एंबूलेंस बुलाकर मुन्नी देवी को अस्पताल भेजने की मांग की। लेकिन तहसीलदार ने मुन्नी देवी की ओर ध्यान दिये बगैर अन्य बीएलओ के कार्यो की समीक्षा करनी शुरू कर दी। आधा घंटे बेहोश पड़े रहने के बाद मुन्नी देवी को उनके पति ओमप्रकाश रिक्शे में फरीदपुर के टैगोर अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान मुन्नी देवी ने दम तोड़ दिया। मुन्नी देवी के एक तीन साल का बेटा और एक आठ साल का बेटा है।
शिक्षा मित्र संगठनों ने मौत की जिम्मेदार तहसीलदार को ठहराकर किया हंगामा
भुता के प्राईमरी स्कूल टिसुआ की शिक्षा मित्र मुन्नी देवी की मौत की सूचना मिलते ही संगठन के लोग भड़क उठे। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अजीत यादव तमाम शिक्षा मित्रों के साथ उनके गांव भदपुरा पहुंचे। उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। संगठन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षा मित्र गरीवीं और बीमारी से जुझ रहे है। इसके बाद भी प्रशासन बीएलओं सहित कई अन्य अतिरिक्त काम लेकर शिक्षा मित्रों का शोषण करने में जुटा है। समीक्षा बैठक में तहसीलदार ने मुन्नी देवी को बगैर गलती के फटकारा। जिससे उन्हे हार्डअटैक हो गया। संगठन के लोगों ने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए आंदोलन की धमकी देकर हंगामा किया। उधर, तहसीलदार आन्नद तिवारी का कहना है कि मैंने किसी शिक्षा मित्र को समीक्षा के दौरान नहीं फटकारा। मुन्नी देवी को उल्टियां आने लगी थीं। मैंने अपने गिलास से पानी पिलाकर अस्पताल ले जाने को कहा। फटकारने का आरोप निराधार है।