गोण्डा : बीटीसी व डीएलएड प्रशिक्षुओं ने किया प्रदर्शन, तदर्थ शिक्षकों ने प्रदर्शन कर भरी हुंकार
संवादसूत्र, गोंडा : बीएड अभ्यर्थियों के प्राथमिक स्कूल में नियुक्ति करने के फैसले से गुस्साए बीटीसी व डीएलएड अभ्यर्थियों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। फैसला वापस लेने की मांग को लेकर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम रत्नाकर मिश्र को सौंपा। 1आल बीटीसी वेलफेयर एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष रोहित सिंह ने कहा कि बीटीसी अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षा के लिए मान्य हैं। जबकि बीएड करने वाले इंटर कॉलेजों में भी शिक्षण कार्य कर सकते हैं। उनके लिए अवसर अधिक है जबकि बीटीसी करने वालों के लिए मौका कम है। बावजूद इसके सरकार ने उनको भी प्राथमिक शिक्षा के लिए अर्ह कर दिया है। जिला अध्यक्ष आशुतोष दुबे ने कहा कि बीटीसी अभ्यर्थियों के साथ दोहरा मापदंड अपनाया जा रहा है। छात्रों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। जिला प्रवक्ता सुशील पांडेय ने कहा कि बीएड, बीटीसी व डीएलएड सबको प्राथमिक शिक्षा के लिए अर्ह कर देने पर नौकरी मिलनी मुश्किल हो जाएगी। अब्दुल ने कहा कि नियमों में कतई फेरबदल न किया जाए। इससे उत्तर प्रदेश में ही पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी प्रभावित हो रहे हैं। सरकार को सभी ¨बदुओं पर विचार करके निर्णय लेना चाहिए। आकाश पांडेय, शुभम कुमार पांडेय, उमाशंकर, साजिद खान, राहुल यादव, लालजी, विजय वर्मा, अमरेंद्र वर्मा सहित अन्य मौजूद रहे।गोंडा के कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते बीटीसी अभ्यर्थी ’ जागरणसंसू, उमरीबेगमगंज (गोंडा): स्थानीय सुभाष इंटर कॉलेज में सोमवार को तदर्थ एवं वित्तविहीन शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ काला फीता बांधकर प्रदर्शन किया। मांगें पूरी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। माध्यमिक शिक्षक संघ चंदेल गुट के आह्वान पर शाखा इकाई सुभाष इंटर कॉलेज के सभी तदर्थ एवं वित्तविहीन शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर काला फीता बांधकर सरकार के प्रति विरोध जताया और प्रदर्शन किया। शाखा अध्यक्ष अवधेश सिंह ने कहा कि विनियमितीकरण एवं वित्तविहीन सेवा नियमावली तथा मानदेय की समस्या पर सरकार शिक्षकों के प्रति पूरी तरह से उदासीन हो चुकी है। यदि जल्द ही समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। अपने हाथों में काली पट्टी बांधकर तदर्थ एवं वित्तविहीन शिक्षकों ने प्रदर्शन किया और सरकार से मांग की कि अद्यतन कार्यरत सभी शिक्षकों को शीघ्र अतिशीघ्र विनियमित किया जाए। वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय दिया जाए। इस दौरान राजेश कुमार सिंह, विनय कुमार सिंह, नंदकिशोर सिंह, अवधेश सिंह, प्रमोद सिंह, दिलीप सिंह, आनंद सिंह, वीरेंद्र सिंह, कौशलेंद्र प्रताप सिंह आदि शिक्षक उपस्थित रहे।1