लखनऊ : शिक्षक भर्ती परीक्षा में असफल होने पर युवक ने फांसी लगाई, आंसर की जारी होने के बाद से अवसाद ग्रस्त था
लखनऊ। सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में असफल होने पर छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। बुधवार सुबह उसका शव पंखे से पर्दें के सहारे लटका मिला। घरवालों का कहना है कि भर्ती परीक्षा की आंसर की जारी होने के बाद से वह अवसाद ग्रस्त था। इसी डिप्रेशन में उसने आत्महत्या कर ली। पीजीआई पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने की बात कही लेकिन घरवालों ने किसी भी तरह की विधिक कार्रवाई कराने से इनकार कर दिया।
मूलत: प्रतापगढ़ निवासी राम बहाल मौर्य पीजीआई की पाठकपुरम कालोनी में परिवार के साथ रहते हैं। पेशे से किसान राम बहाल ने बताया कि उनका बड़ा बेटा अमेरिका में वैज्ञानिक है। मंझला बेटा मनोज मौर्य निजी कंपनी में काम करता है जबकि छोटा बेटा आलोक (30) सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत था। उसने बीटीसी कर रखा था और रविवार को हुई सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में शामिल हुआ था। मंगलवार को भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी होने के बाद से वह डिप्रेशन में चला गया था। आलोक को पता चल गया था कि वह परीक्षा में सफल नहीं हुआ है। परिजनों ने बताया कि मंगलवार शाम घर लौटने के बाद उसने किसी से बात नहीं की और भोजन किये बिना ही अपने कमरे में चला गया। रात को उसने पर्दे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। बुधवार सुबह आलोक जब काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला तो घरवालों ने उसे आवाज लगाई। कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर खिड़की तोड़कर अंदर देखा गया तो घटना का पता चला। इंस्पेक्टर रवीन्द्र नाथ राय ने बताया कि घरवाले शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। लिहाजा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।