यूजीसी ने यह निर्देश ऐसे समय दिया है, जब खादी और बुनकरों के बनाए गए वस्त्रों को अपनाने के लिए केंद्र सरकार ने अभियान शुरू कर रखा है। खुद प्रधानमंत्री भी लोगों से खादी खरीदने की अपील कर चुके हैं। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र लिखा है। खासबात यह है कि कुछ समय पहले हैंडलूम के कपड़ों को लेकर भी यूजीसी ने इसी तरह के सुझाव दिए थे। यूजीसी की यह पहल इसलिए भी अहम है, क्योंकि मौजूदा समय में सभी विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में जो वस्त्र इस्तेमाल किया जाता है, उसे विदेशी वेशभूषा का प्रतीक माना जाता है।
गोरखपुर : श्री दीप साहित्यिक सेवा संस्थान के तत्वावधान में आज कर्मफल
भावार्थ पुस्तक का लोकार्पण एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम का भव्य आयोजन विद्वत
मनीषियों एवं अतिथियों की उपस्थिति में प्रेस क्लब में हुआ सम्पन्न
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*गोरखपुर : श्री दीप साहित्यिक सेवा संस्थान के तत्वावधान में आज कर्मफल
भावार्थ पुस्तक का लोकार्पण एवं सम्मान समारोह कार्यक्रम का भव्य आयोजन विद्वत
मनीषियों ...