एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

Search Your City

बुलन्दशहर : मानकों की अनदेखी पर मिड डे मील व्यवस्था

0 comments

बुलन्दशहर : मानकों की अनदेखी पर मिड डे मील व्यवस्था

हिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहर : परिषदीय स्कूलों में बच्चों को दोपहर के समय दिए जाने वाले मिड डे मील मानकों के अनुसार स्कूलों में नहीं बनता है। स्कूलों में साफ-सफाई और मिड डे मील को बनाने की व्यवस्था जिले में ज्यादा ठीक नहीं हैं। सप्ताह में एक या दो दिन दिन मिड डे मील वितरण व साफ-सफाई को लेकर विभाग के पास शिकायतें आती रहती हैं। देहात क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में रसोई घरों में मिड डे मील का रख-रखाव ठीक नहीं रहता है। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में शासन के आदेश पर बच्चों को मध्यान्ह् भोजन दिया जाता है। जिले की बात करें तो यहां पर 2.21 लाख बच्चे मिड डे मील खा रहे हैं। बच्चों को स्कूलों में जो मिड डे मील दिया जाता है उसमें पकाने से लेकर साफ-सफाई रखने के सख्त दिशा निर्देश दिए गए हैं। मुजफ्फरनगर के परिषदीय स्कूल में मिड डे मील में मरा हुआ चूहा निकलने पर सभी दावों की पोल खुल गई। स्कूलों में काफी बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी। जिले में भी मिड डे मील बनाने के लिए स्कूलों में बेहतर सुविधाएं नहीं हैं। स्कूलों में जो किचन हैं उनमें साफ-सफाई का अभाव रहता है। इसके अलावा खराब मिड डे मील देने और गुणवत्ता को लेकर विभाग के पास आए दिन शिकायतें आती रहती हैं। मगर इन शिकायतों को विभागीय अफसर ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं। देहात क्षेत्रों में कुछ स्कूल जंगलों के बीच में भी हैं, ऐसे वहां पर मिड डे मील बनाने में हर समय खतरा रहता है। हालांकि विभागीय अफसर पूरी तरह से मिड डे मील को शुद्धता से बनवाने की बात कहते हैं। ---- बासी मिड डे मील देने की मिली शिकायतें देहात क्षेत्र के कुछ परिषदीय स्कूलों में विभाग को पूर्व में कई बार बासी मिड डे मील देने की शिकायतें मिली थीं। शिकारपुर ब्लॉक के एक स्कूल में शिक्षकों ने कई माह पूर्व बच्चों को बासी खिचड़ी बांट दी थी। जिसका अभिभावकों ने कड़ा विरोध किया था। किंतु इसके बाद भी विभागीय अफसर शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेते हैं। ---- एसएमसी के खाते में जाता है बजट मिड डे मील का बजट विद्यालय प्रबंध समिति के खातों में जाता है। इसमें छात्र संख्या के आधार पर बच्चों के लिए राशि आवंति की जाती है। विभाग के अनुसार बच्चों के लिए पूरा खाद्यान्न विपणन विभाग उपलब्ध कराता है। इसके अलावा जो अन्य सामान आता है उसका पूरा क्रय-विक्रय समिति द्वारा किया जाता है। --- कोट . मिड डे मील को साफ-सफाई से बनवाने के आदेश दिए गए हैं। स्कूलों में जाकर मिड डे मील की व्यवस्थाओं को चेक किया जाएगा। रसोई घरों में शिक्षक साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। यदि किसी स्कूल में व्यवस्था खराब होती है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित शिक्षक की होगी। -अखंड प्रताप सिंह, बीएसए

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।