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गोरखपुर : तीन हजार बेटियां बनेंगी 'आत्मनिर्भर', इंटर तक रहने, खाने और पढ़ने का नहीं देना होगा शुल्क

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गोरखपुर : तीन हजार बेटियां बनेंगी 'आत्मनिर्भर', इंटर तक रहने, खाने और पढ़ने का नहीं देना होगा शुल्क

जिले चार कस्तूरबा विद्यालयों में अगले साल तक शुरू होगी इंटर की पढ़ाई

11 कस्तूरबा विद्यालयों में हॉस्टल की संख्या बढ़ाई जाएगी, शासन ने दी अलग अलग मदों में 32 करोड़ की धनराशि की स्वीकृत

अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के चार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को अब अगले साल से इंटर की पढ़ाई के लिए दूसरे विद्यालय में जाने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें कस्तूरबा परिसर में ही पढ़ाई के साथ आवासीय सुविधा भी निशुल्क मिलेगी। वहीं 11 कस्तूरबा विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को आठवीं के बाद विद्यालय परिसर को छोड़कर जाने की जरूरत नहीं होगी। उनके लिए परिसर के अंदर और हॉस्टल का निर्माण कराया जाएगा।वर्तमान में इन 15 कस्तूरबा विद्यालयों में 1500 छात्राएं पढ़ाई कर रही हैं। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इनकी क्षमता को बढ़ाकर 3000 हजार कर दिया जाएगा। शासन ने इसे लेकर 32 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत करते हुए प्रथम चरण की धनराशि जारी कर दिया है। मृदा परीक्षण का काम उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड की ओर से चल रहा है, जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। 
सर्व शिक्षा अभियान के अन्तर्गत बालिका शिक्षा के लिए प्रत्येक ब्लॉक में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का संचालन किया जाता है। इन विद्यालयों में छात्राओं को कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई के साथ छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। आठवीं की पढ़ाई के बाद छात्राओं को किसी अन्य विद्यालय में प्रवेश लेना होता है।

*हर ब्लॉक में मौजूद हैं कस्तूरबा विद्यालय*

अब इन छात्राओं को कस्तूरबा परिसर में इंटर तक मुफ्त पढ़ाई की तैयारी शुरु हो गई है। पहले चरण में कस्तूरबा बालिका विद्यालय खजनी, जंगल विलेज, भटहट और पिपराईच में एकेडमिक ब्लॉक और हॉस्टल बनाए जाएंगे। इसके लिए शासन हर कस्तूरबा को अलग अलग 3.15 करोड़ रूपये जारी किए हैं। 12.60 करोड़ में चारों कस्तूरबा अपग्रेड होंगे। वहीं जिले के 11 ब्लॉक में मौजूद विद्यालयों में और हॉस्टल का निर्माण होगा। छात्राएं आठवीं के बाद इन हॉस्टल में रह सकेंगी। मगर पढ़ाई के लिए तीन किलोमीटर के दायरे में मौजूद दूसरे इंटर कॉलेज में प्रवेश दिलाया जाएगा।जिले के हर ब्लॉक पर एक-एक कुल 20 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मौजूद हैं। हर कस्तूरबा में 100-100 छात्राएं अध्ययनरत हैं। प्रशासनिक भवन और हॉस्टल का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इनकी क्षमता को 100 और बढ़ाकर 200 कर दिया जाएगा।

*यहां होगी इंटर तक पढ़ाई*

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय खजनी, जंगल विलेज, भटहट और पिपराईच में इंटर तक की पढ़ाई होगी। यहां हॉस्टल और प्रशासनिक भवन के निर्माण को शासन की ओर से चारों कस्तूूरबा विद्यालयों के लिए अलग अलग 3.15 करोड़ रूपये की स्वीकृत किया है।

*इन 11 कस्तूरबा में बनेंगे हॉस्टल*

कस्तूरबा बालिका विद्यालय ब्रह्मपुर, कैंपियरगंज, चरगांवा, खोराबार, बांसगांव, बेलघाट, गगहा, कौड़ीराम, पॉली, पिपरौली, सरदारनगर ब्लॉक के कस्तूरबा विद्यालयों में हॉस्टल का निर्माण होगा। इसके लिए शासन की ओर से प्रति कस्तूरबा 1.77 करोड़ रूपये का बजट जारी हुआ है। यानी 11 कस्तूरबा का अपग्रेड करन के लिए 19.47 करोड़ रूपये मिले हैं।सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक विवेक जायसवाल ने बताया कि जिले के चार कस्तूरबा विद्यालयों को अपग्रेड किया गया है। इन विद्यालयों में अब इंटर तक पढ़ाई होगी। इसके लिए कस्तूरबा विद्यालयों में एकेडमिक ब्लाक एवं छात्रावास बनाया जाएगा। वहीं 11 कस्तूरबा में हॉस्टल का निर्माण होगा, छात्राएं यहां रहकर इंटर तक की पढ़ाई पूरी कर सकेंगी। निर्माण एजेंसी ने 15 जगहों का मृदा परीक्षण कर लिया है। जल्द निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।

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