हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराज | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से बुधवार को घोषित 10वीं के रिजल्ट की इंटरनेट प्रति में बच्चों की जन्मतिथि गलत है। अंकपत्र में तारीख/महीना/वर्ष का जिक्र रहता है। कई बच्चों का वर्ष पूरा नहीं लिखा है। सीबीएसई की क्षेत्रीय अधिकारी श्वेता अरोड़ा का कहना है कि वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड करते समय कुछ तकनीकी समस्या आने के कारण कुछ गड़बड़ी हुई थी। लेकिन बोर्ड की ओर से बच्चों को जो प्रमाणपत्र भेजे जाएंगे उसमें कोई कमी नहीं रहेगी।प्रयागराज में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले सेंट्रल एकेडमी झूंसी के मेधावी राहुल सिंह के अंकपत्र को ही लें। उनके जन्मतिथि के कॉलम में वर्ष गलत है। डीपी पब्लिक स्कूल प्रयाग स्ट्रीट के बच्चों के अंकपत्र में भी ऐसी कमी है।
MAN KI BAAT : भारत के समेकित और समग्र विकास का रास्ता गांवों के सरकारी स्कूलों के दरवाजे से ही निकलेगा...लिहाजा इन स्कूलों की साख और स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास करने होंगे। शिक्षा की नीति को शिक्षकों को समाज के सर्वाधिक सम्माननीय और अनिवार्य सदस्य के रूप में पुन: स्थान देने में.....
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*MAN KI BAAT : भारत के समेकित और समग्र विकास का रास्ता गांवों के सरकारी
स्कूलों के दरवाजे से ही निकलेगा...लिहाजा इन स्कूलों की साख और स्वीकार्यता
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