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प्रयागराज : बीएड प्रवेश परीक्षा कॅरियर और कोरोना की लड़ाई के बीच 84 फीसदी ने की भागीदारी, एक ही डिब्बी से ली गई अंगुली की छाप

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प्रयागराज : बीएड प्रवेश परीक्षा कॅरियर और कोरोना की लड़ाई के बीच 84 फीसदी ने की भागीदारी, एक ही डिब्बी से ली गई अंगुली की छाप


अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज एक तरफ कॅरियर और दूसरी ओर तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण। ज्यादातर अभ्यर्थियों ने इनमें से कॅरियर को चुना। रविवार को बीएड प्रवेश परीक्षा में 84 फीसदी अभ्यर्थी उपस्थिति रहे। हालांकि ज्यादातर परीक्षा केंद्रों में अव्यवस्था के कारण परीक्षार्थी संक्रमण के डर से सहमे रहे। तमाम परीक्षा केंद्रों के भीतर और बाहर सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार होती रही। दो केंद्रों में तीन बुखार पीड़ित अभ्यर्थी भी मिले, जिन्हें अलग से बैठाकर परीक्षा दिलाई गई।प्रयागराज में बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए कुल 74 केंद्र बनाए गए थे और इन केंद्रों में परीक्षा देने के लिए 25366 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। सुबह नौ से दोपहर 12 बजे की पाली में 21391 अभ्यर्थी उपस्थित एवं 3975 अभ्यर्थी अनुपस्थित और दोपहर दो से शाम पांच बजे की पाली में 21396 अभ्यर्थी उपस्थिति एवं 3970 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।यानी पहले पाली में 84 फीसदी और दूसरी पाली में 84.3 फीसदी उपस्थिति रही। दूसरी पाली में पांच अतिरिक्त अभ्यर्थी शामिल हुए, लेकिन पहली पाली में इन अभ्यर्थियों के उपस्थित न होने के कारण इन्हें परीक्षा में सफलता नहीं मिल सकेगी।परीक्षा केंद्रों में प्रवेश से पहले अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई। इस दौरान हमीदिया इंटर कॉलेज में दो और आर्य कन्या डिग्री कॉलेज बी ब्लॉक में एक अभ्यर्थी बुखार पीड़ित मिला। तीनों को काफी तेज बुखार था, सो तीनों के लिए परीक्षा केंद्रों में ही अलग से बैठने की व्यवस्था की गई और वे परीक्षा में शामिल हुए। हालांकि इस दौरान अन्य अभ्यर्थी कोरोना संक्रमण के डर से सहमे नजर आए। परीक्षा के दौरान केंद्रों में अव्यवस्था हावी रही।

ज्यादातर परीक्षा केंद्रों में नहीं मिला सैनिटाइजर

दावे किए गए थे कि परीक्षा केंद्रों में सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी लेकिन, ज्यादातर अभ्यर्थी अपना सैनिटाइजर लेकर पहुंचे। केपी गर्ल्स इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र में प्रवेश के दौरान अभ्यर्थियों से कहा गया कि अपने साथ सैनिटाइजर न ले जाएं, क्योंकि अंदर सैनिटाइजर दिया जाएगा। हालांकि ज्यादातर अभ्यर्थी नहीं माने और सैनिटाइजर साथ ले गए। परीक्षा केंद्र के भीतर किसी अभ्यर्थी को सैनिटाइजर नहीं मिला।

एक ही डिब्बी से ली गई अंगुली की छाप

परीक्षा से पहले यह दावा किया गया था कि उपस्थिति पंजिका पर अभ्यर्थियों की अंगुली की छाप लेने के लिए अलग-अलग छोटी डिब्बियों की व्यवस्था की जाएगी, लेकिन केपी गर्ल्स इंटर कॉलेज समेत ज्यादातर परीक्षा केंद्रों में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। एक ही डिब्बी से सभी अभ्यर्थियों की अंगुली की छाप ली गई।

परीक्षा केंद्र के भीतर भूखे-प्यासे पड़े रहे अभ्यर्थी

मेजर रणनीति सिंह इंटर कॉलेज, नैनी में सुबह नौ से दोपहर 12 बजे की पाली की परीक्षा होने के बाद अभ्यर्थियों को सेंटर से बाहर नहीं जाने दिया गया। दो घंटे तक अभ्यर्थी केंद्र के भीतर ही रहे और इसके बाद दोपहर दो से शाम पांच बजे की दूसरी पाली की परीक्षा शुरू हो गई। अभ्यर्थियों को भूखे-प्यासे रहकर ही परीक्षा देनी पड़ी। इस दौरान सेंटर में कुछ देर के लिए हंगामा भी हुआ।

साइबर कैफे पर भी लगी रही भीड़

फायर ब्रिगेड चौराहे के निकट स्थित साइबर कैफे में रविवार सुबह अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही। न मास्क और न ही किसी तरह की सोशल डिस्टेसिंग। अभ्यर्थी की भीड़ प्रवेश पत्र का प्रिंट आउट लेने के लिए लगी थी। एक कमरे के साइबर कैफे में प्रवेश पत्र का प्रिंट लेने के लिए 50 से अधिक अभ्यर्थी एक-दूसरे को धक्का देकर आगे बढने की कोशिश में लगे हुए थे। सामने चाय की दुकान पर कुछ पुलिस कर्मी मौजूद थे, जिनकी वहां ड्यूटी थी, लेकिन उन्होंने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।

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