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प्रयागराज : यूपी शिक्षक भर्ती केएल पटेल के फरार साथियों की तलाश में दूसरे जिलों में छापे।

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प्रयागराज : यूपी शिक्षक भर्ती केएल पटेल के फरार साथियों की तलाश में दूसरे जिलों में छापे।

गिरोह के सदस्य केएल पटेल का नेटवर्क काफी बड़ा है। इसके खास आदमी रुद्रपति के साथ ही गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में टीमें लगी हैं।




प्रयागराज :   सहायक शिक्षक भर्ती में रुपये लेकर अभ्यर्थियों को पास कराने वाले गिरोह के मुखिया की गिरफ्तारी के लिए उसके साथियों की तलाश में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) दूसरे जिलों में छापेमारी कर रही है। उसके दाहिने हाथ भदोही के रहने वाले रुद्रपति की सरगर्मी से तलाश है।

12 आरोपित हो चुके हैं गिरफतार

गैंग के सरगना केएल पटेल सहित अब तक 12 आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। इनके अलावा 30-35 अन्य की तलाश जारी है। इनका नेटवर्क प्रयागराज के अलावा लखनऊ, वाराणसी, भदोही, कानपुर, रायबरेली, चित्रकूट, प्रतापगढ़, मीरजापुर, उन्नाव, सुल्तानपुर आदि जिलों में भी फैला है।


दिल्‍ली तक फैला है इस गिरोह का नेटवर्क

यहीं नहीं दिल्ली में भी उसके नेटवर्क की बात सामने आई थी। गैंग के इन सभी फरार सदस्यों में कई के नाम भी एसटीएफ के हाथ लगे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। एसटीएफ की दो टीमें कई जिलों की खाक छान रही हैं और छापे मार रही हैं।



फरार गैंग के सदस्‍यों के मोबाइल चल रहे हैं बंद

फरार गैंग के सदस्यों के मोबाइल बंद हैं। एसटीएफ के अधिकारियों का मानना है कि उन्हें जल्द ही सफलता मिलेगी। एसटीएफ सीओ नवेंदु सिंह ने बताया कि गिरोह के सदस्य केएल पटेल का नेटवर्क काफी बड़ा है। इसके खास आदमी रुद्रपति के साथ ही गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में टीमें लगी हैं। दूसरे जिलों में भी दबिश का सिलसिला चल रहा है। जल्द ही बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है।


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69000 शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में फरार अभियुक्तों के खिलाफ वारंट।

UP Sikshak Bharti : भदोही निवासी मायापति दुबे धूमनगंज का स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव प्रतापगढ़ का दुर्गेश पटेल समेत कुछ शातिर कई बार दबिश के बावजूद पकड़ से दूर हैं।


प्रयागराज :   सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में फरार चल रहे सात अभियुक्तों के खिलाफ गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी हो गया है। अब स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) संबंधित थाने की पुलिस के जरिए वारंट तामील करवा रही है। इसके बाद भी अगर अभियुक्त गिरफ्त से दूर रहते हैं तो उन्हें भगोड़ा घोषित किया जाएगा। उनकी गिरफ्तारी पर इनाम भी घोषित कराया जाएगा।

मायापति के खिलाफ नहीं जारी हुआ है वारंट : वांछित मायापति दुबे को चार हफ्ते में आत्मसमर्पण करने की मोहलत अदालत ने दी है। इसलिए उसके खिलाफ वारंट जारी नहीं किया गया है। इसी साल चार जून को परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ सोरांव पुलिस ने किया था। गिरोह के सरगना डॉ. केएल पटेल, लेखपाल और दो अभ्यर्थी समेत 12 आरोपितों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है।




शासन के निर्देश पर करीब दो माह से एसटीएफ इसकी जांच कर रही है। हाल ही में बस्ती निवासी एक और अभ्यर्थी की गिरफ्तारी हुई है। भदोही निवासी मायापति दुबे, धूमनगंज का स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव, प्रतापगढ़ का दुर्गेश पटेल समेत कुछ शातिर कई बार दबिश के बावजूद पकड़ से दूर हैं। इन पर शिकंजा कसने के लिए एसटीएफ ने अदालत की मदद ली है। साथ ही विवेचना में कुछ और लोगों के नाम सामने आए। इसके बाद उन्हे मुकदमे में शामिल किया गया। फिलहाल मायापति, दुर्गेश, चंद्रमा के अलावा अरविंद, शिवदीप, संदीप, सत्यम और शैलेष पटेल की तलाश है।

सरगना का सारा रखता था हिसाब : एसटीएफ को जांच में पता चला है कि सरगना केएल पटेल का साला शैलेष, अभ्यर्थियों से ली गई रकम का हिसाब-किताब रखता था। वही कैंडीडेंट लाने वाले को कमीशन भी देता था। दूसरा रिश्तेदार सत्यम  अभ्यर्थियों को झांसे में फंसाता था। कुछ और अभ्यर्थियों के नाम सामने आ सकते हैैं।

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