कार्यालय संवाददाता,प्रयागराज | उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग ओर से विज्ञापन संख्या 49 के अन्तर्गत प्राचार्य पदों पर सम्पन्न हो चुकी लिखित परीक्षा में अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र में सवाल और जवाब में विसंगतियों पर आपत्ति दर्ज करने का मौका दिया गया है। सचिव वन्दना त्रिपाठी ने बताया कि प्राचार्य पदों पर हुई लिखित परीक्षा की अन्तिम कुंजी आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। परीक्षा में किसी प्रश्न या उसके उत्तर में अगर अभ्यर्थियों को कोई विसंगति लगती है तो अभ्यर्थी विसंगति प्रमाण और पांच सौ रुपये प्रति प्रश्न शुल्क के साथ आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। बिना प्रमाण एवं बिना शुल्क के आपत्तियों पर विचार नहीं किया जाएगा। शुल्क ड्राफ्ट एवं नकद के रूप में दिया जा सकता है। आपत्ति स्पीड पोस्ट एवं व्यक्तिगत रूप से आयोग कार्यालय में 27 नवम्बर 2020 तक दर्ज करायी सकती है। विशेषज्ञों की समिति यदि मानती है कि विसंगति सही है तो अभ्यर्थी से लिया गया शुल्क वापस कर दिया जाएगा।
MAN KI BAAT : भारत के समेकित और समग्र विकास का रास्ता गांवों के सरकारी स्कूलों के दरवाजे से ही निकलेगा...लिहाजा इन स्कूलों की साख और स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास करने होंगे। शिक्षा की नीति को शिक्षकों को समाज के सर्वाधिक सम्माननीय और अनिवार्य सदस्य के रूप में पुन: स्थान देने में.....
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*MAN KI BAAT : भारत के समेकित और समग्र विकास का रास्ता गांवों के सरकारी
स्कूलों के दरवाजे से ही निकलेगा...लिहाजा इन स्कूलों की साख और स्वीकार्यता
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