फंसे गुरुजी, 400 प्रधानाध्यापकों की छिनेगी कुर्सी
रायबरेली अब एक ही परिसर में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होगी। प्राथमिक विद्यालय का उ...
रायबरेली : अब एक ही परिसर में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होगी। प्राथमिक विद्यालय का उच्च प्राथमिक विद्यालय में संविलियन होना तय है। लाजिमी है कि जब विद्यालय एक हो जाएंगे तो प्रधानाध्यापक भी अलग-अलग नहीं होंगे। ऐसे में एक की कुर्सी छिन जाएगी। स्कूल के संचालन का जिम्मा वरिष्ठ शिक्षक को देते हुए प्रधानाध्यापक बनाया जाएगा। शासन के इस निर्देश के फेर में जिले के करीब 400 गुरुजी फंस गए हैं, जिनका हेडमास्टर पद से हटना तय है। जिले में 2615 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। कई जगह दोनों स्कूल आसपास तो कहीं एक ही परिसर में संचालित हैं। इन विद्यालयों में प्रधानाध्यापक अलग-अलग तैनात हैं। छात्र संख्या के अनुरूप हर स्कूल में स्टाफ भी देना पड़ता है। इन्हीं सबको देखते हुए सरकार की ओर से एक ही परिसर में जूनियर और प्राइमरी को संचालन करने का फरमान जारी कर दिया है। ऐसे में करीब 400 विद्यालय का संविलियन होना तय है। इन परिस्थितियों में एक प्रधानाध्यापक को हटाकर शिक्षण का दायित्व सौंपा जाएगा।
परिषदीय विद्यालयों पर एक नजर
प्राथमिक स्कूल- 1979
जूनियर हाईस्कूल- 636
बच्चों की संख्या- 2 लाख 48 हजार 444
वरिष्ठतम शिक्षक को मिलेगी जिम्मेदारी
इस विलय में दोनों विद्यालयों के वरिष्ठतम ही प्रधानाध्यापक के दायित्व को संभालेंगे। वित्तीय व प्रशासनिक नियंत्रण भी हेड मास्टर के पास रहेगी। स्कूलों में आरईटी मानक के अनुसार ही शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। विलय के बाद इन विद्यालयों में पदों की गणना संविलियन होने वाले स्कूलों के पदों के आधार पर की जाएगी।
बीएसए ने जारी किया पत्र
बीएसए पीएन सिंह ने बताया कि जिले में करीब 400 विद्यालय का संविलियन होगा। इस संबंध में सभी खंड शिक्षा अधिकारी को दिशा-निर्देश जारी करते हुए अमल में लाने के लिए कहा गया है। साथ ही शासन से आए निर्देशों के बिदु भी भेजते हुए 24 मार्च तक संविलियन वाले विद्यालयों की सूची को तलब किया गया।