Published By: Yogesh Yadav | वाराणसी वरिष्ठ संवाददाता
राज्य शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन ऑनलाइन कर दिया गया है। खास बात यह है कि पुरस्कार के लिए आए आवेदन में यह देखा जाएगा कि ई-मैटेरियल का शिक्षक ने कितना उपयोग किया है। आईसीटी आधारित अभिनव प्रयोग में क्या योगदान रहा। जैसे ई-कंटेट, मोबाइल एप, वीडियो आदि से शिक्षण सामग्री के निर्माण में कितनी मदद ली गई। पाठ्य सामग्री के निर्माण में दीक्षा एप पर कितने वीडियो अपलोड किए गये।
इससे जाहिर है कि बेसिक शिक्षा परिषद ऐसे शिक्षकों को प्रोत्साहन दे रही है, जो आईसीटी यानी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का अधिकाधिक प्रयोग कर रहे हैं। इस समय अधिकतर प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चल रही है। दीक्षा एप को लेकर बार-बार निर्देश भी जारी हो रहे हैं। पुरस्कार के लिए आवेदन 30 जून तक प्रेरणा वेब पोर्टल के माध्यम से करना होगा।
इसके बाद जिला स्तर के अधिकारियों से आख्या मांगी जाएगी। शिक्षकों का मानना है कि इससे ऑनलाइन एजुकेशन को बढ़ावा मिलेगा। आईसीटी आधारित गतिविधियों में ऑनलाइन क्लासेज भी आती हैं। आवेदन का प्रारूप आते ही शिक्षक अपनी प्रोफाइल बनाने में जुटे हुए हैं। आईसीटी वाले पक्ष अधिक से अधिक मजबूत दिखाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने ऑनलाइन एजुकेशन में किये नए प्रयोग की पीपीटी बनानी शुरू कर दी है।