प्रयागराज : बीटेक के छात्र पढ़ेंगे अब वकालत व संस्कृत
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराज | नई शिक्षा नीति को आत्मसात करते हुए मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआईटी) बीटेक छात्रों को विधि या संस्कृत जैसे विषय पढऩे का विकल्प देगा।एमएनएनआईटी ओपेन इलेक्टिव सिस्टम (खुली ऐच्छिक व्यवस्था) के तहत छात्र इनमें से किसी एक विषय का चयन करेंगे। परंपरागत विषयों से अलग ऐसे किसी एक पेपर के अध्ययन का उद्देश्य छात्रों की बौद्धिक क्षमता का बहुआयामी विकास है।एमएनएनआईटी के निदेशक प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के मल्टीडिसीप्लनरी कोर्सेज (बहुविषयक पाठ्यक्रम) लागू करने से पूर्व हम संस्थान में पहले से चल रहे ओपेन इलेक्टिव सिस्टम में एक नया आयाम जोड़ रहे हैं। अब बीटेक छात्रों के समक्ष मानविकी जैसे विषय चुनने का विकल्प होगा। प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि विधि कोर्स तैयार करने के लिए विषय विशेषज्ञ से बात की गई है। इसमें संविधान (कांस्टीट्यूशन), आईपीआर (बौद्धिक संपदा अधिकार), आर्बीटेशन (मध्यस्थता) या जनरल इंश्योरेंस जैसे विषय शामिल किए जाएंगे। साथ ही संस्कृत की संभावनाओं पर भी मंथन चल रहा है। इस पाठ्यक्रम को नए सत्र 2020-21 में प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा।प्रो. राजीव त्रिपाठी ने बताया कि नया पाठ्यक्रम तैयार होने के बाद सीनेट के समक्ष रखा जाएगा। सीनेट से मंजूरी मिलने के बाद उक्त विषयों की पढ़ाई संस्थान में शुरू हो जाएगी। मानविकी के इन वैकल्पिक विषयों की पढ़ाई एक सेमेस्टर तक होगी। नए विषयों के लिए शिक्षकों की व्यवस्था आउट सोर्सिंग से की जा सकती है।