महराजगंज : दिव्यांग छात्रों को स्कूल तक पहुंचाइए, मिलेगा स्कार्ट भत्ता
महराजगंज हिन्दुस्तान टीम ,महराजगंज
दिव्यांग बच्चे पढ़ाई के लिए बोझ नहीं बने, इसके लिए उनको नि:शुल्क शिक्षा के साथ-साथ सरकार स्कॉर्ट व स्टाईपेंड भत्ता दे रही है। अभिभावकों को केवल इतना करना है कि स्वास्थ्य विभाग से बच्चों के दिव्यांगता का प्रमाण पत्र बनवा कर परिषदीय विद्यालय में दाखिला करा दें। 40 फीसदी से अधिक दिव्यांगता वाले बच्चे को स्कार्ट व स्टाईपेंड भत्ता मिलेगा।
परिषदीय विद्यालय में सवा दो लाख बच्चों का दाखिला है। इसमें से कई बच्चे दिव्यांग हैं। विशेष आवश्यकता वाले इन बच्चों को पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आए, इसके लिए सरकार इनके लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है।
इस प्रकार मिलेगा स्कॉर्ट व स्टाइपेंड भत्ता
शासनादेश के मुताबिक 21 श्रेणियों के दिव्यांगता में अस्थि, दृष्टिदोष, श्रवणदोष, मानसिक आदि से प्रभावित श्रेणी के 40 फीसदी या इससे अधिक दोष से ग्रसित बालक/बालिकाएं, जिन्हें समक्ष चिकित्सा अधिकारी द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी किया है उनको दस माह के लिए स्कॉर्ट व स्टाइपेंड भत्ता मिलेगा। इसके साथ यह भी शर्त है कि विद्यालय में इन बच्चों की उपस्थिति पचास फीसदी से कम ना हो।
तीस दृष्टिबाधित बच्चों को मिला परिवहन स्कॉर्ट भत्ता
परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाले 30 दृष्टिबाधित छात्रों को पांच सौ रुपया प्रति माह की दर से दस का पांच हजार रुपया दिया गया है। शासन से धन जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने पैसा बच्चों के खाते में भेज दिया है।
सौ दिव्यांग बच्चियों को मिला स्टाइपेंड
शासनादेश के मुताबिक चिह्नित परिषदीय विद्यालय में पढ़ने वाली सौ दिव्यांग बच्चियों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए स्टाईपेंड भत्ता दिया गया है। तीन सौ रुपये प्रति माह की दर से प्रत्येक दिव्यांग बालिकाओं को तीन-तीन हजार रुपया दिया गया है।
दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से तोड़ने के लिए सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की है। दृष्टिबाधित बच्चों को परिवहन स्कॉर्ट भत्ता व दिव्यांग बालिकाओं को स्टाईपेंड भत्ता दिया जा रहा है।
जगदीश शुक्ल-बीएसए